चांदनी में एक अंधेरा

चांदनी में एक अंधेरा,रात का उजाला है,माशूक नें तेवर बदले हैं- दाल में कुछ काला है।।हरकते- मशरूफ हो कर के इश्क जताया है,तोहमत लगाई है ऐसी की होठों पे लिपटा...

सीनें से लगा रख्खा था दे गया दगा मुझे

सीनें से लगा रख्खा था दे गया दगा मुझे,कदमों में रखता तो दिल कहता खुदा मुझे। उस्से कहा था बिछडकर मर जानें वाले हैं,इसी ताक में वो देता रहा सजा़...

Mere aansuo

मेरे आंसु देखकर तो दर्द भी रोया , अपने अहसाशो मैं वो खुद ही खोया , फिर चुपके से मेरे पास आकर बोला , ना कसूर तेरा , ना कसूर...