खत

~ खत ~ तुम जमाने से सबकुछ छुपा लेना,मेरा नाम ना लेना मेरे किस्से दबा लेना,यहां तक कि कोई जो पूछे - किसी से इश्क था कभी?गहरी सांसें नहीं लेना...

आइने की अशर्फी

आइने की अशर्फी में ये मिठास क्या है!आज मेरे चेहरे में ये होठों के पास क्या है!! कुछ झिलमिला रहा है क्या याद है किसी की!आंखों से छूने का ये...

सीनें से लगा रख्खा था दे गया दगा मुझे

सीनें से लगा रख्खा था दे गया दगा मुझे,कदमों में रखता तो दिल कहता खुदा मुझे। उस्से कहा था बिछडकर मर जानें वाले हैं,इसी ताक में वो देता रहा सजा़...

पलायन

पलायन (Palayan) ओझल होते उम्मीदों का सिलसिला,शहर से गांव जाता काफिला, खाली पैर और रास्ता पथरीला,तेज़ धूप और आग उगलता सूरज चमकीला, जोर की प्यास और खाली पतिला,पति का हाथ...