Poetry पलायन राकेश कुमार "पंकज"August 4, 2020June 14, 2021 पलायन (Palayan) ओझल होते उम्मीदों का सिलसिला,शहर से गांव जाता काफिला, खाली पैर और रास्ता पथरीला,तेज़ धूप और आग उगलता सूरज चमकीला, जोर की प्यास और खाली पतिला,पति का हाथ...