Poetry खत Naveen singhMarch 20, 2021June 14, 2021 ~ खत ~ तुम जमाने से सबकुछ छुपा लेना,मेरा नाम ना लेना मेरे किस्से दबा लेना,यहां तक कि कोई जो पूछे - किसी से इश्क था कभी?गहरी सांसें नहीं लेना...