Poetry आइने की अशर्फी Naveen singhSeptember 19, 2020June 14, 2021 आइने की अशर्फी में ये मिठास क्या है!आज मेरे चेहरे में ये होठों के पास क्या है!! कुछ झिलमिला रहा है क्या याद है किसी की!आंखों से छूने का ये...