संघर्ष

~ संघर्ष ~ कहीं पे नबी,कहीं पे अजनबी,खुद का बनके खुदा - काफीर हो गया हूं,जिंदगी जी रही है - हर लम्हा मुझे,मंजिल क्या मिली - ' मुसाफ़िर ' हो...