खत

~ खत ~ तुम जमाने से सबकुछ छुपा लेना,मेरा नाम ना लेना मेरे किस्से दबा लेना,यहां तक कि कोई जो पूछे – किसी से इश्क था कभी?गहरी सांसें नहीं लेना ,नाहिं तुम मुस्कुरा देना।। कि बड़ी तोहमत लगाएंगे वो सब,जब जब तुम्हारा जिक्र आएगा,मै कुछ कह भी ना पाऊंगी, सह भी ना पाऊंगी!फिर तुमपे प्यार … Continue reading खत